दोहा
: नाच नाच कर राम को रिझये , भक्त बड़ा अलबेला
अस्ताई
छम छम नाचे देखो मेरे हनुमना !2
कहेते है लोग ईसे राम का दीवाना !!2
अन्तरा
पाँवो मे घुंगूरू बंद के नाचे ,
रामजी का नाम इसे प्यारा लागे ,
राम ने भी देखो इसे खूब पहचाना !!2
छम छम नाचे ...............!!२!!
जहाँ
जहाँ कीर्तन होता श्री राम का
लगता है पहेरा वहाँ विर हनुमान का,
राम के चरण मे है इनका टिकना !!2
छम छम नाचे ................!!२!!
नाच नाच देखो श्री राम को रीझये
‘ बाँवरी ‘ रात दिन नाचता ही जाये ,
भक्तो मे भक्त बड़ा, दुनिया
ने माना !!2
छम छम नाचे ...............!!२!!
छम छम नाचे देखो मेरे हनुमना !2
कहेते है लोग ईसे राम का दीवाना !!2
छम छम नाचे देखो मेरे हनुमना !!...!!